इस दवा से रुकेगा कैंसर कारक जीन का विकास

इस दवा से रुकेगा कैंसर कारक जीन का विकास

सेहतराग टीम

कैंसर ऐसी बीमारी है जिसका नाम सुनकर ही लोगों की हिम्‍मत जवाब दे जाती है। डॉक्‍टर भी इस बीमारी से निजात दिलाने में खुद को बहुत असहाय महसूस करते हैं। आधुनिक च‍िकित्‍सा विज्ञान पिछले कई दशकों से इस बीमारी का सटीक इलाज तलाश करने में जुटा है मगर अब तक वैज्ञानिकों के सारे प्रयास अभी तक तो बेअसर ही साबित हुए हैं।

भले ही चि‍कित्‍सक ये दावा करें कि बीमारी की शुरुआती अवस्‍था में पता चल जाए तो मरीज के ठीक होने की संभावना बहुत बढ़ जाती है मगर असलियत यही है कि कोई भी डॉक्‍टर कैंसर की किसी भी स्‍टेज पर आपको दावे के साथ ये नहीं कह सकता है कि बीमारी ठीक हो ही जाएगी। इसके पीछे मुख्‍य वजह यही है कि अन्‍य बीमारियों की तरह कैंसर के कारण का पता लगाकर उसका टीका या इस तरह का कोई और इलाज अबतक सामने नहीं आया है।

मगर अब वैज्ञानिक एक दवा का परीक्षण कर रहे हैं, जो स्तन और फेफड़े के कैंसर पैदा करने वाले जीन के विकास एवं कैंसर को फैलने से रोक सकता है। इस जीन का ताल्लुक मोटापे से है।

अमेरिका के मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं ने दिखाया है कि किस प्रकार आई- बीईटी-762 नाम की दवा स्तन और फेंफड़े के कैंसर को फैलने से रोकने में उल्लेखनीय भूमिका निभाती है। इससे कैंसर कारक जीवन सी- मीक की कार्यप्रणाली का भी पता चलता है।
मिशिगन में सहायक प्रोफेसर कारेन लिबी ने बताया, ‘‘आई- बीईटी-762 डीएनए को निशाना बनाकर काम करता है ताकि ये जीन आगे नहीं बढ़ पाए।’’ इस अध्ययन का प्रकाशन ‘कैंसर प्रिवेंशन रिसर्च’ जर्नल में किया गया है।

अगर वैज्ञानिक अपने रिसर्च में पूरी तरह कामयाब हुए तो का जा सकता है भविष्‍य में कम से कम दो तरह के कैंसर के कारण पर ही वार करना संभव हो पाएगा और शायद अन्‍य प्रकार के कैंसर की उत्‍पत्ति को रोकना भी तब संभव हो सके।

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